कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. इससे संक्रमित लोगों की संख्या दुनिया में बढ़कर 25 लाख हो गई है. दुनिया में कोरोना वायरस ने अब तक 1.71 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. राहत की बात यह भी है कि दुनिया भर में अब तक कोरोना नाम की इस महामारी से 6.56 लाख लोग ठीक भी हो चुके हैं. इसके वजह से लगभग सभी देशों में लॉकडाउन चल रहा हैं. अन्य देशों के अपेक्षा भारत में स्तिथि थोड़ी ठीक हैं. एक आकड़ा आया हैं अगर लॉकडाउन जारी रहा तो इतने करोड़ लोगों के पास नहीं होगा फ़ोन.

देशव्यापी लॉकडाउन से जुड़ी पाबंदियां यदि नहीं हटाई जाती हैं तो मोबाइल खराब होने या टूट जाने की वजह से करीब चार करोड़ लोग मई के अंत तक बिना मोबाइल हैंडसेट के रह हो जाएंगे। मोबाइल उद्योग के संगठन आईसीईए ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया। इंडिया सेल्युलर ऐंड इलेक्ट्रॉनिक्स ऐसोसिएशन (आईसीईए) का अनुमान है कि इस समय करीब ढाई करोड़ से अधिक मोबाइल हैंडसेट काम नहीं कर रहे हैं क्योंकि मरम्मत का सामान और सवाओं की दुकानें बंद हैं।

देश में मोबाइल फोन की ऑनलाइन बिक्री खोलना अहम है जबकि चरणबद्ध तरीके से इसकी खुदरा दुकानों और सर्विस सेंटरों को भी खोलना चाहिए। कोरोना वायरस को रोकने के लिए देशभर में 25 मार्च से तीन मई तक बंद किया गया है। इस दौरान सिर्फ अनिवार्य वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति ही चालू है। दूरसंचार, इंटरनेट, प्रसारण और सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं को चालू रखने की अनुमति है, लेकिन मोबाइल फोन की बिक्री नहीं।