दुनिया भर में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा हैं। इस जानलेवा वायरस की वजह से लोगों में डर बस गया है। दुनिया के 70 देशों में अबतक कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। भारत में अभी तक 29 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से तीन का इलाज हो चुका है. अभी भी 26 मामले पॉजिटिव हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक बुक वायरल हुई थी जिसमें 40 साल पहले ही कोरोना वायरस का ज़िक्र हो चुका है। आपको बता दें हाल ही में एक किताब और काफ़ी तेज़ी से वाइरल हो रही है जिसमें कोरोना वायरस की भविष्यवाणी का दावा करने की बात सामने आई है.

सोशल मीडिया पर जो किताब पहले वायरल हुई थी, उसका नाम ‘द आइज ऑफ डार्कनेस’ है. ये किताब साल 1981 में डीन कोन्टोज नाम के लेखक ने लिखी थी. ये कोई ऐसी एक किताब नहीं जिसमें कोरोना वायरस का दावा किया गया हो। अब एक नयी किताब सामने आयी है जिसमें कोरोना वायरस को लेकर 12 साल पहले ही दावा किया जा चुका है. इस किताब का नाम ‘एंड ऑफ डेज: प्रीडिक्शन एंड प्रोफेसीज अबाउट द एंड ऑफ द वर्ल्ड’ है. इसके लेखक सिल्विया ब्राउन है. यह किताब 2008 में पब्लिश हुई थी.

इस किताब का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. जिसमें लिखा गया है कि साल 2020 के आसपास एक गंभीर निमोनिया जैसी बीमारी दुनिया भर में फैल जाएगी, जो कि जो कोरोना वायरस से काफ़ी मिलती जुलती हैं। हालांकि इस किताब के वायरल हिस्से में ये बात भी लिखी गई है कि जितनी जल्दी से ये बीमारी आएगी, उतनी तेजी से ही अचानक यह बीमारी गायब भी हो जाएगी.
ऐसे में किताब में किए गए दावों को देखते हुए इस बात की उम्मीद जताई जा सकती है कि कोरोना वायरस का खात्मा भी जल्द ही हो जाएगा.