शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दिवा’ली के पावन पर्व पर सना’तन धर्म में धन की कहे जाने वाली देवी ल’क्ष्मी की पूजा का वि’धान है। धार्मिक मान्य’ताएं हैं कि दिवाली पर प्रथम पूज्य गणेश जी की साथ-साथ मा’ताल लक्ष्मी की आरा’धना करने से घर परि’वार में धन-धान्य में वृद्धि होती है। यही कारण है कि दिवा’ली से पहले देवी लक्ष्मी के चित्र, प्रतिमा आदि की दु’कानों पर अधिक भीड़ देखने को मिलती है। मगर इस दौरा’न बहुत से लोगों में एक असमं’जस देखने को मिलती है कि आखिर देवी ल’क्ष्मी की आरा’धना के लिए उनका कौन सा चित्र आदि को घर में लाना चाहिए। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी मर्जी से इनकी कोई भी प्रति’मा आदि को घर में लाकर प्रति’ष्ठित कर देते हैं। ऐसा करना शा’स्त्रों के अनुसार सही नहीं मान जाता। जी हां, धार्मि’क शा’स्त्रों के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में बा’खूबी इस बारे में बताया गया है कि दिवाली के शुभ अवसर पर घर में देवी ल’क्ष्मी का कौन सा चित्र लगाना चाहिए। आज हम आप’को इसी के बारे में जान’कारी देने वाले हैं कि दिवा’ली के दिन देवी लक्ष्मी का कौन सा चित्र घर में लगा’ना चाहिए।

देवी लक्ष्मी का दिवाली पर ऐसा चित्र घर में लगाना होता है वर्जित-
शा’स्त्रों में बताया गया है कि दिवा’ली की पूजा के लिए देवी लक्ष्मी कुछ चि’त्रों को घर में लगाना व’र्जित होता है। धार्मि’क पुरा’णों में वर्णन मिलता है कि देवी लक्ष्मी उल्लू, हाथी व कमल पर विराज’मान होते हैं। इस’लिए कुछ लोग इनकी हाथी वाली और कुछ उल्लू वाली तस्वीर को दिवाली की पूजा में उपयो’ग करते हैं। मगर बता दें उल्लू वाली त’स्वीर को दिवाली की पूजा के लिहा’ज़ से अच्छा नहीं होता। इससे शुभ फल प्राप्त नहीं होते। बल्कि इससे गर में व जीवन में नकारा’त्मकता आती है। ऐसा कहा जाता उल्लू वाहन से आई लक्ष्मी गल’तच दिशा से आने और जाने वाले धन की ओर संकेत करती है। यही कारण है दि’वाली के दिन देवी ल’क्ष्मी का उ’ल्लू पर आना शुभ नहीं माना जाता।

इसके अलावा जिस चि’त्रव क तस्वीर में देवी ल’क्षमी बिना किसी वाहन के बैठी होती हैं, ऐसा चित्र भी दीपा’वली के जैसे शुभ अव’सर के लिए शुभ नहीं होता। इसके विप’रीत देवी लक्ष्मी की मां सर’स्वती व गणेश जी के साथ पूजा लाभ’कारी मानी जाती है।
दिवा’ली के दिन घर में लगाएं देवी लक्ष्मी के ऐसे चित्र-
दिवा’ली के दिन देवी लक्ष्मी के कमल पर विरा’जमान चित्र को घर में लगा’ना अत्यंत कल्या’णकारी माना जाता। कमल पर विरा’जमान तथा उनके वाहन की सुंड उठाए चित्र को लगाने से भी जा’तक को धन-धान्य में वृद्धि होती है। इसके अला’वा श्री गणेश और माता सर’स्वती के साथ विरा’जमन देवी लक्ष्मी की तस्वीर की पूजा करनी भी शुभ मानी जाती है।
शास्त्रों के अनु’सार देवी लक्ष्मी की बैठे की तस्वी’र इस’लिए अधिक शुभ मानी जाती है क्यों’कि इसमें इनके पैर नहीं दिखते। इससे देवी ल’क्ष्मी स्थाई हो जाती हैं, और जल्दी घर से नहीं जाती है।
इनके अ’लावा कुछ तस्वी’रों में देवी लक्ष्मी के आस-पास दोनों और बहते पानी में हाथी खड़े होते हैं, और ऊपर से सि’क्कों की बारिश हो रही होती है, ऐसी तस्वीर को घर लाने से घर में क’भी धन की कमी नहीं होती।
इन सभी के अति’रिक्त जिस चित्र में देवी ल’क्ष्मी भग’वान वि’ष्णु के साथ हों, ऐसी तस्वी’र की पूजा करना लाभकारी होता है। जिस तस्वीर पर विष्णु-लक्ष्मी दोनों ग’रुड़ पर सवार हों, ऐसा चित्र बहुत शुभ होता है, इससे धन-धान्य में तो बढ़ो:तरी होती है साथ ही साथ जी’वन सुखी होता है।
