हमारे देश में लोग भारतीय संस्कृति को काफी ज्यादा महत्व देते हैं. यंहा लोगों को धागे, ताबीज़ वगरह में काफी भरोसा होता हैं. काफी लोग नज़र वगरह से बचने के लिए या भूत प्रेत की बाधा दूर करने के लिए इन तंत्र वाले ताबीजों को पहनते हैं. इन ताबीजों को ‘गंडा ताबीज़‘ भी कहा जाता हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं , लाल किताब में इन ताबीजों से कई नुक्सान भी हो सकते हैं. आयिए आज हम आपको लाल किताब के अनुसार इनके नुकसानों के बारे में बताते हैं.

क्या होता हैं गंडा ताबीज़
दरअसल, ये गंडा ताबीज़ नज़र वगरह से बचने के लिए, भूत-प्रेत जैसी बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए पहने जाते हैं. तंत्र- मंत्र के इस्तेमाल से ये ताबीज़ को धारण किया जाता हैं.
गंडे ताबीज का नुकसान

लोग अपनी परेशानियों से तंग आकर ऐसे सड़क पर बैठे बाबाओं से या मौलवीओं वगरह से ये ताबीज़ लेकर पहन लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते है कि ऐसे ही ये ताबीज़ वगरह पहनना आपके लिए कितना नुकसानदायक हो सकता हैं. लोग कई बार किसी की बातों में आकर या फिर किसी विज्ञापन वगरह में इन चीजों के बारे में सुनकर चले जाते हैं, और मुर्ख बनकर रह जाते हैं . अब हम आपको बताते है, कि लाल किताब के अनुसार, इन गंडा ताबीज़ को क्यों नहीं पहनना चाहिए और इससे क्या नुक्सान होते हैं.

लाल किताब के मुताबिक़, जो लोग बिना जांच- पड़ताल के ऐसे ही किसी भी बाबा वगरह से ये गंडा ताबीज़ ले लेते हैं , तो ऐसा करना बिलकुल भी उचित नहीं होता हैं. लाल किताब के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को अपनी कुंडली में बिना वास्तु के कोई भी ताबीज़ या लॉकेट धारण नहीं करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि अगर कोई ऐसे ही इन ताबीजों को धारण कर लेता है, तो उनकी परेशानियां कम होने के बजाए और बढ़ जाती हैं.