पटियाला में ड्यूटी के दौरान ए.एस.आई. हरजीत सिंह का एक निहंग ने तलवार से वार करके हाथ काट दिया था। पी.जी.आई. हॉस्पिटल में आठ घंटे की सर्जरी के बाद उनका हाथ जोड़ दिया गया। इलाज के बाद जब उन्हें होश आया तो उन्होंने कुछ कहा जिसे सुनकर आप भी उनके ऊपर गर्व महसूस करेंगे।

जंबाज़ ए.एस.आई. हरजीत सिंह कहा – जो हादसा हो गया, सो हो गया, कोई बात नहीं। मैं जल्द ड्यूटी पर लौटूंगा। जब उन्हें होश आया तो उन्होंने अपने साथी और पटियाला सिविल लाइंस के थाना इंचार्ज इंस्पैक्टर राहुल कौशल से अपने मन की बातें सांझा कीं।
राहुल कौशल के मुताबिक हरजीत सिंह बेहद बहादुर पुलिस अफसर हैं। जब हाथ कटा तो वह खुद अपना हाथ उठाकर पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में उपचार के लिए गए। राजिंदरा अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें प्राथमिक उपचार देकर पी.जी.आई. के लिए शिफ्ट कर दिया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ए.एस.आई. से बातचीत करके उनकी सेहत का हालचाल पूछा और उन्हें प्रदेश सरकार की तरफ से पूर्ण सहयोग देने का विश्वास दिलाया।

मुख्यमंत्री ने पी.जी.आई. में हरजीत सिंह की सफल सर्जरी पर खुशी जाहिर करते हुए विश्वास दिलाया कि वह पूरी तरह तंदरुस्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश को उन पर गर्व है। उन्होंने हरजीत सिंह से कहा कि यदि उन्हें किसी किस्म की जरूरत है तो वह अस्पताल में मौजूद सीनियर पुलिस अधिकारियों के द्वारा उन्हें बताएं। मुख्यमंत्री ने उनके जल्दी ठीक होने की कामना भी की।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने कहा कि पी.जी.आई. के डायरैक्टर डा. जगत राम आज सुबह ए.एस.आई. को मिले और बाद में बताया कि प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. रमेश शर्मा के नेतृत्व में डाक्टरों की एक टीम ने हरजीत सिंह की जांच की। उन्होंने मरीज की हालत को स्थिर बताया परन्तु ज्यादा लोगों को न मिलने संबंधी सावधान किया और कहा कि इस समय सिर्फ उनकी पत्नी को ही दिन में एक बार मिलने की आज्ञा है।