राजधानी दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के मरकज मामले के बाद देश में कोरोना वायरस के केस में अचानक उछाल आया. दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश समेत अन्य कई राज्यों में इससे जुड़े केस सामने आए हैं. इस समय पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है। तब-लिगी ज-मात मरकज़ के बाद देश के कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेज़ी से बढ़ी है. पूरे देश समेत दिल्ली के कई क्वारं’टीन केंद्रों में मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यव’हार की ख़बरें लगातार आ रही हैं.

तबलीगी जमात के मरकज से लौटे इलाहाबाद के एक प्रोफेसर को उनके परिवार के साथ क्वारनटीन किया गया है. साथ ही उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है. दरअसल, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के राजनीति शास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. शाहिद 4 से 10 मार्च तक जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे.इसके बाद 11 मार्च से प्रोफेसर डॉ. शाहिद बिना किसी को सूचना दिए घर पर रहने लगे. मरकज से लौटने के बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी की दो परीक्षाओं को भी संपन्न कराया.

हाल में जब पुलिस को उनके मरकज से लौटने की खबर मिली तो सबसे पहले उन्हें पत्नी और बेटे के साथ करेली के महबूबा पैलेस में क्वारनटीन कराया गया. इसके साथ ही पुलिस ने प्रोफेसर शाहिद पर शिवकुटी थाने में मामला दर्द किया है. उन पर जानकारी को छिपाने का आरोप है. अब तक उत्तर प्रदेश में कोरोना के 350 से अधिक से मामले सामने आ चुके हैं. इसमें से 180 से अधिक मामले मरकज से जुड़े हैं. बीते दिनों सरकार की ओर से अभियान भी चलाया गया था और जगह-जगह जमातियों को क्वारनटीन किया गया है.