इस लॉकडाउन और रमजान के महीने में बॉलीवुड के एक बेहतरीन अभिनेता इरफान खान को खो दिया है. एक्टर इरफान खान ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर निर्देशक शूजित सरकार ने ट्वीट कर दिया है. इरफान खान कोलन इंफेक्शन के चलते अस्पताल में भर्ती किए गए थे. दो साल पहले उन्हें कैंसर हुआ था, जब एक्टर ने भारी दिल से लोगों को इसी जानकारी दी थी. आखिरी वक़्त में जुबान पर था माँ का नाम और आखिरी शब्द जिसके बारे में जानकर आप भी ग़मगीन हो जायेंगे.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बुधवार सुबह जब वे मुम्बई के कोकिलाबेन अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे तब इरफान ने अचानक अपनी पत्नी सुतापा सिकदर को बताया कि अम्मा (मां) कमरे में थीं। उनको ऐसा लग रहा था कि वो अपनी मौत का दर्द कम करने के लिए आई थीं। इरफान ने सुतापा से कहा- ‘देखो, वह मेरी तरफ बैठी हैं, अम्मा मुझे लेने आई हैं…’ ये सुनकर उनकी पत्नी बुरी तरह रोने लगीं। इन आखिरी शब्दों के साथ दुनिया से अलविदा कह गए।

मां से बेइंतहां मुहब्बत करने वाले इरफान खान हमेशा शायर मुनव्वर राणा का शेर सुनाया करते थे और कहते कि अभी ज़िंदा है मां मेरी मुझे कुछ नहीं होगा, मैं घर से जब निकलता हूं दुआ भी साथ चलती है’। 25 अप्रैल को इरफान खान की मां सईदा बेगम का इंतकाल हो गया। लॉकडाउन की वजह से वे मां से आखिरी बार मुलाकात भी नहीं कर सके थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने मां के अंतिम दर्शन किए।

इरफान बताते थे कि मां इतने साल जिंदा रहीं, क्योंकि इरफान उन्हें कहते थे ‘अगर तू चली गई, तो पीछे-पीछे मैं भी चला आऊंगा। पहले मां और अब इरफान खान की मौत से उनका परिवार सदमे है। इरफान के भाई ने कहा कि इरफान भाई मां से आखिरी बार नहीं मिल पाएं, इसलिए मां से डायरेक्ट मिलने पहुंच गए।