बॉलीवुड अभिनेता इरफ़ान खान के बुधवार को अचानक नि’धन से पूरी इंडस्ट्री में मा-तम छा गया।इरफ़ान की अचानक बिगड़ी तबि-यत के कारण उन्हें मंगलवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल के आईसीयू में एडमिट किया गया था।बता दें कि इरफान खान ने दो साल कैं-सर से लंबी जंग लड़ी है. आपको तो पता ही हैं इरफ़ान अपने धर्म की इज्ज़त तो करते थे लेकिन अपने धरम के कुछ नियमों का विरोध भी करते थे.

आपको बता दें इरफ़ान खान ने मुस्लिम धर्म के कुछ नियमों का विरोध किया था. जिसके कारण मुस्लिम के धर्मगुरु उनसे नाराज़ रहते थे. बकरे की कुर्बानी गलत, भूखे रहना रोजा नहीं, सर्कस बना दिया है मुहर्रम को, दहशतगर्दी के खिलाफ बोलें मुस्लिम, मौलवियों मुझे डराओ मत. लेकिन इनसब बातों से भी हटकर एक और बात थी जो इरफ़ान ने की थी जो इनलोगों को रास नहीं आयी.

नाशिक स्थित त्रयंबकेश्वर मंदिर गए और वहां पर शिव भगवान की पूजा अर्चना की। बात दें, इरफान खान नहीं चाहते थे की इस बारे में कोई भी जान पाए । शायद यही वजह थी की इरफान बेहद गुपचुप तरीके से भारत आए और शिव भगवान की आराधन कर फिर से लंदन लौट गए. नाशिक के त्रियंबकेश्वर शिव मंदिर में जा कर पुजारियों के साथ उन्होंने हवन किया. ये बात उनके गुरुओं को रास नहीं आयी इसलिए वो इरफ़ान के निधन पर ख़ुशी मना रहे थे.