
Inspirational Story: बहुत समय पहले की बात है कि एक राजा घने जं’गल में शिका’र कर रहा था तभी अचा’नक तेजी से बारि’श होने लगी। जब कुछ देर बाद बारि’श बंद हो गई तो राजा ने देखा कि कोई भी सैनि’क उसके साथ नहीं है। वह बहुत ही परे’शान हो गया था तभी तीन लड़के आते दि’खाई दिए उसको, उसने उनको बुलाया और बोला, ‘‘मुझ’को बहुत भूख और प्यास लगी है, क्या यहां मुझ’को खाना और पानी मिलेगा।’’


लड़’कों ने कहा, ‘‘क्यों नहीं ज’रूर मिले’गा।’’
वे राजा के लिए पा’नी और खा’ना लेकर आ गए। खाना खाने के बाद राजा ने बता’या कि वह एक राजा है और तुम लोगों से बहुत खुश है तुमको जो मां’गना है मांग लो। पहले लड़’के ने बोला, ‘‘मुझ’को ढेर सारा धन चाहि’ए ताकि मैं सही से रह सकूं।’’
राजा ने बोला, ‘‘मैं तुम’को धन दे दूंगा।’’
फिर दूसरे लड़’के ने बोला, ‘‘मुझको घो’ड़ा और बंग’ला चाहिए।’’
राजा बोला, ‘‘तुमको भी मिल जाए’गा।’’
फिर तीसरे लड़के ने बोला, ‘‘महा’राज मुझको ज्ञान चा’हिए और कुछ नहीं।’’