नागरिकता कानून संशोधन को लेकर शुरू हुआ ब’वा’ल उत्तर पूर्वी दिल्ली में अब ख’तर’ना’क मंजर अ’ख्ति’यार कर रहा है. आपको बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को जम’कर हिं’सा हुई तो वहीं मंगलवार को भी मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में प’त्थ’र’बा’जी की गई. बताते चलें कि दि’ल्ली हिं’सा में अब तक कुल 35 लो’गों से ज्यादा की मौ’त हो चुकी है, वोहीं साथ ही 200 से ज्यादा लोग घायल हैं. दिल्ली हिं’सा RSS के चीफ मोहन भागवत ने बयान दिया हैं. आइये बताते हैं उनके बयान के बारे में.

मोहन भागवत ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश में जो कुछ भी हो रहा है और होगा उसके लिए हम दोषी है. हम अंग्रेजों को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘देश की स्वतंत्रता बनी रहे और राज्य सुचारू रूप से चलता रहे इसके लिए सामाजिक अनुशासन जरूरी है.’ भागवत ने यह बात नागपुर में नववर्ष 2020 कार्यक्रम में कही. मोहन भागवत ने कहा कि बाबा अंबेडकर साहब ने संविधान देते समय संसद में अपने भाषण में दो बातें कही थीं. उन्होंने कहा था कि हमारे देश का जो कुछ होगा उसके लिए हम जिम्मेदार रहेंगे. कुछ उल्टा सीधा होता है तो ब्रिटिशों को दोष नहीं दे सकते हैं.

साथ ही उन्होंने कहा कि हम आजाद हो गए हैं. राजनीतिक दृष्टि से खंडित क्यों न हो लेकिन स्वतंत्रता मिल गई है. हालांकि स्वतंत्रता बनी रहे और राज्य सुचारु रुप से चलता रहे इसके लिए सामाजिक अनुशासन जरूरी है. भगिनी निवेदिता की बातों को कोट करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि स्वतंत्रता से पूर्व भगिनी निवेदिता ने हम सबको सचेत किया था. देशभक्ति की दैनिक जीवन में पालन करने की होती है. उन्होंने आगे कहा, ‘जब गुलाम थे तब जैसा चलता था वैसा अब नहीं चलेगा.’