लगता है राजनीतिक गलियारे के लिए ये साल कुछ शुभ नहीं है क्योंकि हर दिन किसी न किसी नेता के निधन की ख़बर सामने आ रही है।जब किसी नेता का निधन होता है तो देश उससे प्रभावित होता है। आज फिर एक नेता के निधन की ख़बर आयी है। कांग्रेस के विधायक और असम विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रणब गोगोई का 84 साल की उम्र में बीमारी के चलते गुवाहाटी के एक अस्पताल में निधन हो गया।

प्रणब के परिवार का कहना है कि – ‘उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने कल देर रात अंतिम सांस ली।’ प्रणब के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थान सिबसागर ले जाया जाएगा।
गोगोई 2001 के बाद से लगातार चार बार निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए।बता दें प्रणब पेशे से एक वकील थे ओर उन्होंने 2006 से 2011 तक कानून मंत्री के रूप में काम किया था। वे 2011 से 2016 के बीच राज्य विधानसभा के अध्यक्ष रहे।

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की।सोनोवाल ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रिपुन बोरा ने दुःख जताते हुए कहा, ‘गोगोई राज्य के एक वरिष्ठ राजनीतिक नेता थे और उनका निधन न केवल राज्य के राजनीतिक परिदृश्य के लिए , बल्कि असमिया समाज के लिए भी अपूरणीय क्षति है। दिग्गज कांग्रेसी नेता को हमेशा एक ईमानदार और प्रतिबद्ध पार्टी कार्यकर्ता के रूप में याद किया जाएगा।
कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने ट्वीट किया ‘हमारे वरिष्ठ नेता प्रणब गोगोई जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। मैं गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।’

असम प्रदेश कांग्रेस सेवादल ने ट्वीट किया ‘वरिष्ठ कांग्रेसी नेता,सिबसागर से विधायक और असम विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रणब गोगोई के निधन पर गहरा दुख हुआ। परिवार के लिए प्रार्थना और संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले।’