देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब इस महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या 23 हजार पार हो गई है. मंत्रालय के मुताबिक, अबतक 23077 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, 718 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 4748 लोग ठीक भी हुए हैं. वोही दूसरी तरफ सोनिया गाँधी वैसे तो हमेशा PM मोदी से सवाल उठती रहती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने पत्र लिखकर मोदी से इस बात की मांग की हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आर्थिक मंदी से निपटने के लिए पीएम मोदी को एक पत्र लिखा। सोनिया गांधी ने एमएसएमई यानी लघु उद्योगों को संकट से उबारने के लिए पांच तरीके सुझाए थे, जिस पर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उन पर जवाबी हमला किया है.1. इस सेक्टर को बचाने को लेकर सोनिया गांधी ने कुछ सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने सरकार से कहा कि सबसे पहले 1 लाख करोड़ का MSME वेज प्रोटेक्शन पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए।2. सरकार को इस सेक्टर को बचाने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के क्रेडिट गारंटी फंड की भी घोषणा करनी चाहिए, क्योंकि इस सेक्टर को पर्याप्त कैपिटल की जरूरत है।

3. रिजर्व बैंक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी बैंक इस सेक्टर को आसानी से, पर्याप्त और समय पर लोन दें। MSME सेक्टर को गाइड करने के लिए और उनके सवालों को लेकर 24 घंटे वाली एक हेल्प लाइन नंबर जारी की जानी चाहिए।4. इस सेक्टर के लिए रिजर्व बैंक को तीन महीने के मोराटोरियम पीरियड के अलावा भी राहत देना चाहिए, साथ ही सरकार को टैक्स माफी या टैक्स में कटौती के बारे में विचार करना चाहिए। 5. MSME सेक्टर के सामने हाई कोलैट्रल सिक्यॉरिटी की समस्या पहले से है जिसके कारण उन्हें लोन देने से मना कर दिया जाता था। सरकार को इस समस्या पर गंभीरत से विचार करने की जरूरत है।

स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, टीडीके ने आज पीएम को पत्र भेजकर एमएसएमई संकट के लिए पांच सूत्री समाधान का प्रस्ताव दिया। लेकिन आप एक अर्थशास्त्री नहीं है, और न ही उनके लेखक। एमएसएमई को कम ब्याज वाले ऋणों की आवश्यकता होती है और इसके उत्पादन की मांग के लिए एक कैप्टिव बाजार, जो पहले ही यूपीए सरकार में खत्म कर दिए गए हैं। ( सुब्रह्मण्यम स्वामी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को टीडीके से संबोधित करते हैं)