राम भजन हो या कोई आरती जो हिन्दुओं में गाया जाता हैं. वो अगर किसी मुस्लिम के द्वारा गाया जाये तो अभी के समय में उसे हाराम माना जाता हैं. लेकिन आपको बता दें की पहले के समय में ऐसा नहीं होता था. कई ऐसे मुस्लिम कवि और ग़ज़ल गाने वाले हुए जो राम, कृष्ण और भी कई देवताओं के बारे में अपनी गायकी के द्वारा बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति की. जिसके वजह से लोग आज भी उन्हें याद करते हैं. लेकिन आज के समय में भारत में ऐसा कुछ भी नहीं हैं. लेकिन एक जगह ऐसा भी हैं जहाँ मुस्लिम महिलाओं ने राम की स्तुति की. आइये जानते हैं पूरी बात.

बताया जा रहा हैं की दुबई में मुस्लिम औरतों ने नई पहल करते हुए मस्ज़िद में राम भजन प्रस्तुत किया और उनके शेख पतियों ने ताली बजाकर लय बद्ध उनका साथ दिया. ये वीडियो देखने लायक हैं. आप भी देख सकते हैं. कैसे महिलाओं ने राम स्तुति की और साथ ही इनके पतियों का भी इनमे महतवपूर्ण योगदान रहा. वैसे अगर ये हिन्दुस्तान में होता तो शायद इस्लाम खतरे में आ जाता. लेकिन आप ये जानकर हैरान होंगे कि यह वीडियो आंध्रप्रदेश के पुट्टपर्थी में आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा के आश्रम ‘प्रशांति निलयम’ का है. यहां कई देशों और कई धर्मों के लोग पहुंचते हैं. वैसे एक बात ये भी हैं कि भारत में इस तरह एकसाथ लोगों का होना जरुरी हैं, बिना किसी भेदभाव के.
आपको बता दें की आज हमारे बीच धर्म की दीवार बनी हैं. लेकिन पहले के ज़माने में ऐसा बिल्कुल नहीं था. आपको बता दें ऐसे कई मुस्लिम समुदाय के लोग हुए जो कृष्णा के भक्त थे. आपको बता दें एक तो मथुरा में जाकर बस गये थे.रसखान, आलम, नजीर अकबराबादी, मुसाहिब लखनवी ये 4 ऐसे इंसान थे जिनके हर जिक्र में कृष्णा थे. जब लोगों की मानसिकता खत्म हो जायेगी धर्म में बटने की तो भारत फिर से सोने की चिड़िया कहलाएगी.